२६ जनवरी गणतंत्र दिवस फिर से आयी है.
इंडिया गेट राजपथ पर परेड होने आयी है..
देश की विभिन्न संस्कृति देखने को मिलेगी.
जब झाकिंयां हर राज्य की फिर से आयेगी..
जाबांजी दिखाने फिर सेना के जवान आयेंगे.
हर रायफल के जवान परेड करते जब आयेंगे..
स्कूली बच्चे भी अपना हुनर दिखाने आयेंगे.
सेना के जवानों से कदम से कदम मिलायेंगे..
देखेगी सारी दुनिया राजपथ से शक्ति हमारी.
जय जयकार होगी हिंदुस्तान की तब भारी..
देश के शहीदों को याद करेंगे जयकार होगी.
देशभक्ति गीतों की भी साथ में भरमार होगी..
भारत माता की जय जयकार के नारे गूंजेंगे.
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी भाई आयेंगे..
शपथ लें सब आज मिलकर देश को बचाना है.
इस देश की खातिर हमको मर मिट जाना है..
जय भारत, भारतीय एकता, जय हिन्दुस्तान.
जय जवान, जय किसान, जय हो विज्ञान...
भारत माता की जय वन्देमातरम् इन्कलाब जिंदाबाद
महात्मा गाँधी अमर रहे, राष्ट्रीय एकता जिंदाबाद...
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन " दिनांक -२३-०१-२०१२
इंदिरापुरम, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
23/01/2012
16/01/2012
नववर्ष की शुभकामनायें
आपको सपरिवार नववर्ष की शुभकामनायें.
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
खुशियों से भरा हो संसार सदा आपका,
गमों से न भीगे कभी दामन आपका,
रब से करे बार बार सिर्फ यही दुआएं...
हर कदम पर आपको सफलता ही मिले,
खुशियों के फूल आपके आँगन में खिले,
आपके मार्ग में कभी न आये कोई बाधाएं...
रूठे न कभी आपसे आपके चाहने वाले,
प्यार देखकर दुश्मन भी गले लगाले,
इस वर्ष पूर्ण हो आपकी सम्पूर्ण आशाएं...
आप और हमारा रिश्ता यूँही जुड़ा रहे,
मुस्कान आपके चेहरे पर हमेशा रहे,
रावत अनूप प्रभु से करे इतनी ही दुआएं...
आपको सपरिवार नववर्ष की शुभकामनायें..
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
खुशियों से भरा हो संसार सदा आपका,
गमों से न भीगे कभी दामन आपका,
रब से करे बार बार सिर्फ यही दुआएं...
हर कदम पर आपको सफलता ही मिले,
खुशियों के फूल आपके आँगन में खिले,
आपके मार्ग में कभी न आये कोई बाधाएं...
रूठे न कभी आपसे आपके चाहने वाले,
प्यार देखकर दुश्मन भी गले लगाले,
इस वर्ष पूर्ण हो आपकी सम्पूर्ण आशाएं...
आप और हमारा रिश्ता यूँही जुड़ा रहे,
मुस्कान आपके चेहरे पर हमेशा रहे,
रावत अनूप प्रभु से करे इतनी ही दुआएं...
आपको सपरिवार नववर्ष की शुभकामनायें..
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
कवि तो कवि है
कागज कलम हाथ में लेकर वो बस लिखता ही जाएगा
हर समस्या का समाधान वो बस ढूंढता ही जाएगा.....
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
प्रकृति की सुन्दरता का मनोरम चित्रण
या रिमझिम बरसते सावन का वर्णन
बसंत ऋतु के असंख्य फूलों के हर रंग
सर्द ऋतु की ठंडी हवा और बर्फ के संग
अपनी कलम का जादू वो बस बिखेरता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
समाज में फैली कुरीतियों पर व्यंग्य कसता
भ्रष्ट नेताओ की सजी महफ़िल की पोल खोलता
जनता के हितो के लिए हमेशा कलम से लड़ता
बचना इनसे सदैव अपना सन्देश है देता रहता
अपने लेखन के हथियार से बस लड़ता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता लिखने में उसे कोई मोह लोभ नहीं
वह तो बस अपनी भावना प्रकट करता है
ज्ञान के प्रकाश की रोशनी को महोदय,
अहम् रूपी अंधकार भगाने को करता है
अपनी बातों को दूसरों तक बस पहुंचाता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता एक माध्यम है जो पहले भी लिखी गयी
पन्त, निराला, जयशंकर, दिनकर, महादेवी वर्मा
अज्ञेय, कबीर, रहीम, मीरा, बच्चन, बोध, शर्मा
आदि अनेक पूर्व कवियों की महान थी गरिमा
रावत अनूप भी एक छोटी सी कोशिश करता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद
हर समस्या का समाधान वो बस ढूंढता ही जाएगा.....
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
प्रकृति की सुन्दरता का मनोरम चित्रण
या रिमझिम बरसते सावन का वर्णन
बसंत ऋतु के असंख्य फूलों के हर रंग
सर्द ऋतु की ठंडी हवा और बर्फ के संग
अपनी कलम का जादू वो बस बिखेरता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
समाज में फैली कुरीतियों पर व्यंग्य कसता
भ्रष्ट नेताओ की सजी महफ़िल की पोल खोलता
जनता के हितो के लिए हमेशा कलम से लड़ता
बचना इनसे सदैव अपना सन्देश है देता रहता
अपने लेखन के हथियार से बस लड़ता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता लिखने में उसे कोई मोह लोभ नहीं
वह तो बस अपनी भावना प्रकट करता है
ज्ञान के प्रकाश की रोशनी को महोदय,
अहम् रूपी अंधकार भगाने को करता है
अपनी बातों को दूसरों तक बस पहुंचाता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता एक माध्यम है जो पहले भी लिखी गयी
पन्त, निराला, जयशंकर, दिनकर, महादेवी वर्मा
अज्ञेय, कबीर, रहीम, मीरा, बच्चन, बोध, शर्मा
आदि अनेक पूर्व कवियों की महान थी गरिमा
रावत अनूप भी एक छोटी सी कोशिश करता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
गांव गांव शहर शहर इनकी लाइन लगी है
नजर इनकी जनता के मत पर लगी है...
कितने दिनों बाद इनका सवेरा हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आम हो या खास सबको हाथ जोड़ रहे हैं
मीठी मीठी बोली आज ये फिर बोल रहे हैं
ह्रदय परिवर्तन इनका आज फिर हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सफ़ेद कुरता पायजामा सर पर टोपी खादी
चेले पीछे पीछे नाच रहे जैसे आज हो शादी
वादों की टोपी नेता आज फिर पहना गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आज यहाँ कल वहां हो रही है रोज रैली
उड़ा रहे हैं जनता के रुपयों की ये थैली
ना जाने कितने रुपये का ये चूना लगा गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
दल हैं अनेक पर कर्म सबके एक हैं
वो कभी जीतता नही जिसके इरादे नेक हैं
जाग जा जनता आज सब तेरे हाथ में रह गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम गाज़ियाबाद
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
गांव गांव शहर शहर इनकी लाइन लगी है
नजर इनकी जनता के मत पर लगी है...
कितने दिनों बाद इनका सवेरा हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आम हो या खास सबको हाथ जोड़ रहे हैं
मीठी मीठी बोली आज ये फिर बोल रहे हैं
ह्रदय परिवर्तन इनका आज फिर हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सफ़ेद कुरता पायजामा सर पर टोपी खादी
चेले पीछे पीछे नाच रहे जैसे आज हो शादी
वादों की टोपी नेता आज फिर पहना गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आज यहाँ कल वहां हो रही है रोज रैली
उड़ा रहे हैं जनता के रुपयों की ये थैली
ना जाने कितने रुपये का ये चूना लगा गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
दल हैं अनेक पर कर्म सबके एक हैं
वो कभी जीतता नही जिसके इरादे नेक हैं
जाग जा जनता आज सब तेरे हाथ में रह गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम गाज़ियाबाद
Happy Holi
सादे रंग को गलती से आप ना कोरा समझो,
इसी में समाये इन्द्रधनुषी सातों रंग,
जो दिखे आपको ज़िन्दगी सादगी भरी किसीकी,
तो आप यूँ समझो सतरंगी है दुनिया उसीकी,
होली आई सतरंगी रंगों की बौछार लायी,
ढेर सारी मिठाई और मीठा मीठा प्यार लायी,
आप की ज़िन्दगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भरी,
जिसमे समाये सातों रंग यही शुभकामना है हमारी...
सर्वाधिकार सुरक्षित @ अनूप रावत
इसी में समाये इन्द्रधनुषी सातों रंग,
जो दिखे आपको ज़िन्दगी सादगी भरी किसीकी,
तो आप यूँ समझो सतरंगी है दुनिया उसीकी,
होली आई सतरंगी रंगों की बौछार लायी,
ढेर सारी मिठाई और मीठा मीठा प्यार लायी,
आप की ज़िन्दगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भरी,
जिसमे समाये सातों रंग यही शुभकामना है हमारी...
सर्वाधिकार सुरक्षित @ अनूप रावत
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